Wednesday, 16 May 2018

बुध ग्रह

                            

आज हम सौरमंडल में सूर्य के सबसे करीबी ग्रह बुध पर चर्चा करेंगे | कुण्डली में जब भी यह अन्य ग्रहों के साथ होता है तो उनके प्रभाव व शक्ति को बड़ा अथवा घटा देता है, जिससे उस ग्रह की शुभता अथवा अशुभता मे वृद्धि हो जाती है | सूर्य के करीब रहने के कारण अधिकतर कुण्डलीयों सूर्य के साथ ही पाया जाता है व हर तीसरी कुण्डली में सूर्य, बुध, शुक्र तीनों साथ ही पाये जाते हैं | अकेला बुध निष्पक्ष, निर्लिप्त होता है, चंद्र को छोड़, न किसी से शत्रुता रखता है और न ही मित्रता | स्त्री की कुण्डली में बहन-बुआ-बेटी व सहेली को दर्शाता है |
आइए जानते हैं, इसका क्या प्रभाव रहता है जातक के जीवन में, 


यदि शुभ हो तो  :-  कबूतर जैसी आँख, बिल्ली जैसी चाल, डरपोक, जातक के व्यवहार में शुमार होता है | चतुराई, बुद्धिमान, बोल कर काम निकाल लेने वाला, सब में घुलमिल जाने वाला, नारद मुनि, आसानी से फल की प्राप्ति होना, सब की नकल उतारने वाला, हर बात पर होंठों पर जीभ फेरने वाला, किसी भी घटना की जड़ तक जाने वाला, जुआ सट्टा लॉटरी से लाभ , पुश्तैनी या स्वयं उत्तम दर्जे का व्यापारी, बहन-बुआ-बेटी का पूर्ण सुख व लाभ ऎसे जातक को अपने जीवन में प्राप्त होता है | लड़ाई झगड़े से दूर रहने वाला, बेपेंदे लोटे की तरह कही भी घूम जाने वाला, सभी तरह के वाद्य यंत्र रखना व उनसे लाभ कमाना, सीप - कौड़ी - शंख से घर को सजाने वाला, युवावस्था में भी आवाज में मासूमियत या स्त्री जैसी जुबान ( आवाज ), नृत्य - संगीत में हुनर व इससे लाभ कमाने वाला, चमकीले नाखून - दांत, आवाज का जादू, चमकदार रोमरहित त्वचा, चमकीले काँच या काँच के बर्तनों का शौकीन, औषधि का ज्ञान, चिकित्सक, पूरे 32 दाँत वाला ( शुभ व भाग्यवान, जो कहदे वह अवश्य होगा ), आर्थिक स्थिति उत्तम, चौड़े पत्ते वाले पौधे व वृक्ष, ज्योतिषी, प्रबंधन का ज्ञान, विवेक से काम लेना | ये सभी गुण शुभ बुध को इंगित करते हैं |

अशुभ होने की स्थिति में :-  नसों व मांसपेशियों के विकार या व्याधि, दांतो के विकार अथवा सामने के दांत झड़ना, आंतो का कमजोर होना, बहन-बुआ-बेटी का सुख न मिलना या इनके कारण क्लेश का होना अथवा जमीन जायदाद के मामलों में विवाद कर देना - भाईयों या सगे संबंधियों मे लड़ाई झगड़ा करवा देना - भाइयों से वादाखिलाफी करना (  कई मामलों में ऎसा भी देखा गया है कि जातक को इनके कारण अपने जीवन में अपयश, हानि व अत्यधिक अपमान झेलना पड़ता है ) नाखून - दांत - त्वचा का रूखा अथवा विकृति होना, बहन बुआ बेटी का जीवन भी दुखमय होना, स्त्री जातक को उसकी सहेली या सहेलियों द्वारा विश्वाशघात करना, किन्नरों का अपमान करना, 99 पर काम अटकना, अपनी मेहनत का फल किसी और को मिलना, गंध अथवा सूंघने की शक्ति का खतम हो जाना, बाजुओं का कमजोर होना, मानसिक रोग होना, अविवेकी, व्यापार - जुआ - शेयर - लॉटरी - सट्टा में हानि होना, गलत औषधि के सेवन से शरीर में नुकसान होना, खाली जेब रईस दिखना (  ऎसा जातक कंगाल होकर भी अमीर दिखता है ), कंधे व गर्दन पर दर्द या खराब होना, व्यापार करने की बुद्धि न होना, कर्जे में डूबना या न चुका पाना, बिना वजह शत्रुता होना | यह सभी अशुभ बुध की निशानी है |


उपाय :-  घर से ऊन निवार के गोले को खोलकर बाहर फ़ेक दें या दान करें, घर से सभी पुराने वाद्ययंत्रों व सीप कौड़ी शंख की मालाओं को हटाएं, फिटकरी के पानी से कुल्ला करें, कांसे के बर्तन में देसी घी-कपूर-शककर डालकर पानी में बहा कर कांसे का बर्तन धोकर वापिस ले आएं | किन्नरों की सेवा करें, उन्हें हरे रंग में सुहाग का सामान व साड़ी दान करें | कन्या पूजन करें, अपना नाक छेदन करवाएं | चौड़े पत्ते वाले पौधों को घर से हटा दें | किसी भी फकीर से शंख, भबूत, ताबीज इत्यादि न लें, पीतल के पुश्तैनी बर्तनों को खाली न रखें, साली को अपने साथ न रखें | गुरुवार को हरी साग व बुधवार को हल्दीयुक्त भोजन का परहेज करें, अपना चरित्र उत्तम बनाएं रखें |
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