Thursday, 21 June 2018

गण का व्यक्तित्व, स्वभाव एवं व्यवहार पर प्रभाव



1.मनुष्यगण ::-
ज्योतिषशास्त्र कहता है कि जो व्यक्ति मनुष्य गण में जन्म लेता है वह व्यक्ति स्वाभिमानी होता है। इस गण के जातक पर धन के देवी की कृपा रहती है ये काफी धनवान होते हैं। शारीरिक तौर पर देखें तो इनकी आंखें काफी बड़ी बड़ी होती हैं। ये दिखने में लम्बे होते हैं व इनका शरीर भरा पूरा होता है। इनका रूप रंग आकर्षक और मोहक होता है। इनके नयन नक्श इनकी सुन्दरता को बढ़ाते हैं। ये लोगों के प्रति प्रेम और सहानुभूति रखते हैं। जब कभी भी किसी को इनकी सहायता या मदद की आवश्यकता होती है ये मदद हेतु तत्पर रहते हैं। ऐसे जातक वर्त्तमान समय { कलियुग }में सामान्य जीवन जीते व सामान्य फल की प्राप्ति करते हैं |

2.देवगण ::-
देवगण के विषय में ज्योतिषशास्त्र कहता है कि, जो व्यक्ति इस गण के साथ जन्म लेते हैं उनमें देवताओं के समान गुण होता है। देवगण के विषय में संक्षेप में हम यह भी कह सकते हैं कि "वह व्यक्ति जो देवताओं के गुणों के साथ जन्म लिया हो" । इस गण के व्यक्ति दिखने में सुन्दर व आकर्षक होते है। इस गण के व्यक्ति का मस्तिष्क काफी तेज होता है, इनकी बुद्धि बहुत ही तेज चलती है और ये बुद्धिमान होते हैं। इनका स्वभाव सरल व सीधा होता है। इनमें दूसरों के प्रति दया का भाव भरा रहता है, ये जरूरतमंदों की सहायता करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। इस गण के व्यक्ति हृदय से लोगों की सहायता करते हैं। इस गुण के साथ पैदा होने वाले व्यक्ति अल्पाहारी होते हैं। देव गण वाले जातक वर्त्तमान समय { कलियुग  } में उत्तम जीवन यापन नहीं कर पाते तथा मेहनत करके भी उत्तम फल की प्राप्ति नहीं हो पाती |


3.राक्षसगण ::-
जो व्यक्ति राक्षसगण में जन्म लेते हैं वे जिद्दी और हठी होते हैं। इस गण में पैदा लेने वाले व्यक्ति मनमौजी स्वभाव के होते हैं। इनका शरीर काफी विशाल होता है। इनका स्वभाव झगड़ालू होता है ये छोटी-छोटी बातों पर लड़ने झगड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं। इनकी वाणी में मधुरता नहीं रहती है ये किसी से कुछ भी बिना सोचे समझे कह देते हैं चाहे सुनने वाले को अच्छा लगे या बुरा। राक्षसगण के व्यक्तियों के प्रमेह नामक रोग से पीड़ित होने की संभावना अधिक रहती हैं। राक्षस गण वाले जातक वर्त्तमान समय { कलियुग } उत्तम जीवन यापन करते हैं तथा कई मामलों मे ऐसे जातक मेहनत से अधिक फल प्राप्त करते हुए देखे गए हैं |

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